देश की भ्रष्टाचारी व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिये हमें भगत सिंह की आवश्यकता है...

भगत सिंह का मतलब यह नहीं, कि 'जब तक भगत सिंह को फाँसी नहीं होगी, तब तक वह भगत सिंह नहीं कहलायेगा'|

भ्रष्टाचारियों के दिलों में भगत सिंह का खौफ बरकरार रहे ऐसी व्यवस्था करनी होगी और यह तभी मुमकिन है जब भगत सिंह जिंदा रहे|

देश में लाखों भगत सिंह मौजूद हैं लेकिन जब वे एक भगत सिंह की मौत को सामने देखते हैं तो उन्हें नजर आता है कि भगत सिंह के मरने के बावजूद ना तो अत्याचार रूका है और ना ही भ्रष्टाचार बल्कि भगत सिंह का उपयोग इन जैसे भ्रष्टाचारी खुद का मान बढाने के लिये करने लगे हैं तो यह तय है कि, नये भगत सिंह बाहर आने से डरेंगे, घबरायेंगे और जिसकी वजह से भ्रष्टाचारी बेखौफ होकर भ्रष्टाचार करते रहेंगे|

अतः भगत सिंह को जिंदा रखने के लिये जरूरी है भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़नेवाले भगत सिंह की संपूर्ण जिम्मेदारी वह वर्ग ले जो देश के भ्रष्टाचार को खत्म करने की कसमें खाता है

भगत सिंह वह है, जो पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिये भ्रष्टाचारियों से भिड़ जाता है और उन्हें न्याय दिलवाता है और जिसकी वजह से भ्रष्टाचारियों को महसूस होता है कि यह भगत सिंह हमारी भ्रष्टाचारी व्यवस्था में रूकावट डाल रहा है तो वे मिलजुल कर ऐसे भगत सिंह को खत्म करने के लिये जाल बुनते हैं और उसे झूठे-झूठे मामलों में फँसाकर उसकी हिम्मत तो तोड़ते ही हैं साथ ही भगत सिंह का यह अंजाम देखकर अन्य भगत सिंह पैदा होने से पहले ही खत्म हो जाते हैं|

जिस दिन हम इन भगत सिंह के ऊपर दर्ज किये गये झूठे मामलों को अपना मामला समझेंगे और अपने ऊपर यह जिम्मेदारी लेंगे कि, यह मामला अकेले भगत सिंह के ऊपर दर्ज नहीं हुआ बल्कि हमारे ऊपर दर्ज हुआ है तब उस दिन तय मानिये भ्रष्टाचारियों के समूह में खौफ फैल जायेगा और निश्चित तौर पर 20 से 25 % भ्रष्टाचार में तुरंत कमी दिखाई देने लगेगी|

हमें चाहिये हम ऐसे आज के भगत सिंह को किसी भी प्रकार की आर्थिक, मानसिक व सामाजिक परेशानी महसूस न होने दें|

जो समझते हैं, कि हम समाज में भगत सिंह की भूमिका अदा कर रहे हैं वे एकजुट हों और whatsapp लिंक से जुड़ कर अपनी उपस्थिती दर्ज करवायें|

ऐसे ही एक भगत सिंह हैं, मुकेश ठाकुर (लुधियाना) जो वर्ष 2013 से भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ते हुये पीड़ितों को इंसाफ दिला रहे हैं  (लिंक पर उनके कारनामे मौजूद हैं http://wb-mukeshthakur-cases.bvbja.com/MukeshWorks.html ) उनपर भ्रष्टाचारियों ने 2017 में हमला किया और illegal detention भी कराया साथ ही एक ही परिवार द्वारा झूठी शिकायतों पर 3-3 F.I.R. दर्ज करवा दी (पूरा मामला लिंक http://www.whistleblower-mukeshthakur.bvbja.com  पर मौजूद है)|

संगठन के सहयोग से illegal detention व अन्य मामले में लगभग 10 पैटिशन, 15 पुलिसकर्मियों, 4 डॉक्टरों (सरकारी अस्पताल व जेल अस्पताल) व जेल सुपरिंटेंडेंट के ऊपर दाखिल कर दी गई है इसके अलावा ड्यूटी मैजिस्ट्रेट भी इस मामले में दोषी हैं| जेल सुपरिंटेडेंट सेशन कोर्ट, लुधियाना में उपस्थ्ति नहीं हुआ इसलिये उस पर ५०००/- रु. का जुर्माना भी लगाया गया है साथ ही पुलिसकर्मियों व अपराधियों द्वारा झूठी FIR में बनाये गये झूठे गवाह भी सच बोल गये जिससे मामला जज के सामने साफ हो गया| ऐसी ही लड़ाई केवल मुकेश ठाकुर जैसे भगत सिंह के लिये ही नहीं बल्कि अन्य सभी Whistleblowers व भगत सिंह के लिये हम सब को एकजुट होकर लड़नी है|

हम हर उस सामाजिक कार्यकर्ता व अन्यों से अपील करते हैं कि, वे भगत सिंह को जिन्दा रखने के लिये ऐसी व्यवस्था करें जिससे वे बाकी सब काम छोड़कर केवल और केवल भ्रष्ट अधिकारियों को सजा दिलाने के पीछे लग जायें जिससे भ्रष्टाचारी व्यवस्था खत्म हो सके|

इसके लिये अगर मुमकिन हो तो अदालत में चल रहे मुकदमों के खर्चे (वकील का खर्च, पैट्रोल, पेपर वर्क, पारिवारिक भरण-पोषण  आदि) वहन करें जिसके लिये मुकदमे की तारीख पर 50/- रु. या अधिक अपनी सुविधानुसार का बंदोबस्त Paytm, Google pay या बैंक खाते में जमा करके भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी इस जंग में अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं|

संबंधित अदालती मामलों की संपूर्ण जानकारी (क्या मामला है?, अगली तारीख कौन सी है व क्या ऑर्डर मिले हैं आदि) लिंक  http://wb-mukeshthakur-cases.bvbja.com/Index2.html पर दिया गया है|

जो भी इस मुहिम से जुड़ना चाहता है वह दी गई whatsapp लिंक https://chat.whatsapp.com/H82Ne0SJyN9CxsdrdhPkDP  का उपयोग कर सकता है|

धन्यवाद!

- सोनिका क्रांतिवीर

नोटः यह ध्यान रहे कि, यह ग्रुप केवल और केवल Whistleblowers व आज के भगत सिंह की आर्थिक मदद के लिये ही है अतः वे ही इसमें जुड़े जो आर्थिक मदद करना अपनी समाज के प्रति जिम्मेदारी समझते हैं|